प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना, PM VISHWKARMA YOJNA –
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा pm vishwakarma yojna का शुभारम्भ 17 सितम्बर, 2023 को विश्वकर्मा पूजा के दिन किया गया । इस योजना से विश्वकर्मा समुदाय के 18 अलग-अलग व्यवसायों से जुड़े हुए लगभग 140 जातियों को फायदा होगा। इस योजना के लिए भारत सरकार ने भारी भरकम बजट लगभग 13 हजार करोड़ की व्यवस्था की है। इस योजना की खास बात क्या है, कौन इस योजना से लाभ उठा सकता है । इस योजना की क्या विशेषताएं एवं लाभ है। इस योजना के लिए आवेदन कैसे किया जा सकता है। इस आर्टिकिल में इन्ही तथ्यों के बारे में बात करगें। तो आप भी हमारे साथ बने रहें और अधिक जानकारी के लिए इस आर्टिकिल को पूरा पढे़ं।
PM VISHWAKARMA YOJNA, 2023-2024
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना |
किसने लांच की | भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा |
कब लांच की गई | 17 सितम्बर, 2023 विश्वकर्मा जंयती के अवसर पर |
उद्देश्य | विश्वकर्मा समुदाय के लोगों को प्रशिक्षण एवं व्यापार हेतु धन उपलब्ध कराना |
लाभार्थी | विश्वकर्मा समुदाय के अन्तर्गत आने वाली लगभग 18 जातियों का समूह |
अधिकारिक वेबसाइट | https://pmvishwakarma.gov.in/ |
टोल फ्री नबंर | 18002677777 and 17923 |
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना क्या है (Pradhanmantri Vishwakarma Yojna Kya Hai)
भारतीय समाज में प्राचीन काल से ही एक वर्ग ऐसा रहा है जो अपने हाथों और अपने होथों से निर्मित औजारों के द्वारा दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को निर्माण करता रहा है। इन्हे आम तौर पर अर्थव्यवस्था का अनौपचारिक या अंसगठित हिस्सा माना जाता है। अर्थव्यवस्था क्षेत्र के इन्ही कामगारों एवं शिल्पकारों को विश्वकर्मा कहा जाता है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य विश्वकर्माओं के उत्पादों एवं सेवाओं में सुधार करना है, जिससे वे घरेलू एवं वैश्विक मांग की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो सके। पीएम विश्वकर्मा योजना को पूरी तरह से केन्द्र की योजना के तौर पर लागू किया जायेगा। जो पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित होगी, भारत सरकार ने इस योजना हेतु 13,000 हजार करोड़ रूपये का प्रारंभिक परिव्यय की योजना बनाई है। इस योजना को प्रारम्भ में 5 वर्षों के लिए (2027-28) लागू करने की योजना है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य
- कारीगरों एवं शिल्पकारों को विश्वकर्मा पहचाने के रूप में स्थापित करना एवं उन्हे इस योजना का सम्पूर्ण लाभ उठाने में सहयोग प्रदान करना है।
- उन्हे अपने कौशल स्किल को निखारने हेतु उपयुक्त प्रशिक्षण के अवसर उपलब्ध कराना है।
- बेहतर और आधुनिक उपकरणों के लिए सहायता प्रदान करना एवं उनकी क्षमता, उत्पादकता और गुणवत्ता में वृद्धि करना है।
- लाभार्थियों को ऋण हेतु आसान पंहुच प्रदान करना ।
- डिजिटल लेन देन हेतु प्रोत्साहित करना एवं डिजिटली सशक्तीकरण करना।
- अपने ब्रांड के प्रचार प्रसार के लिए मंच प्रदान करना एवं विकास के नए अवसरों तक पहुंचाने के लिए मदद करना।
PM VISHWAKARMA YOJNA 2023 के द्वारा इन व्यवसाय के लोगों को मिलेगा लाभः
भारत के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के कामगारों एवं शिल्पकारों को इस योजना के माध्यम से लाभ पहंचाया जाया जायेगा। प्रधानामंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से निम्नलिखित व्यवसायों के कार्मिकों को लाभ होगा।
- सूथर/बढई (Carpenter)
- नाव बनाने वाले(Boat Maker)
- आरमर (Armourer)
- लोहार (Blacksmith)
- हैमर एण्ड टूल किट मेकर (Hammer and tool kit Maker )
- ताला बनाने वाले (Locksmith)
- मूर्तिकार (Sculpture)
- सोनार(Gold Smith)
- कुम्हार (Potter)
- मोची/चर्मकार (Shoe smith)
- राजमिस्त्री(Masons)
- टोकरी, चटाई बनाने वाले
- परम्परागत गुड़िया और खिलौना बनाने वाले(Doll and Toy maker)
- नाई(Barber)
- माला बनाने वाले(Malakaar)
- धोबी(Washerman)
- दर्जी (Tailer)
- मछली का जाल बनाने वाले(Fishing Net Maker)
PM VISHVKARMA YOJNA के लाभ-
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक बहुत ही समग्र योजना है । इस योजना के माध्यम से भारत सरकार उन तमाम असंगठित कामगारों को लाभ पहुंचाना चाहती है , जिनका अभी उस तरह विकास नही हो सका जैसा होना चाहिए था। पीएम विश्वकर्मा योजना के निम्न लाभ है।
PM विश्वकर्मा सर्टिफिकेट, आई0डी0 कार्ड-
इस योजना के माध्यम से शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पीएम विश्वकर्मा पहचान पत्र दिया जायेगा। दोनो पर एक यूनिक नंबर दर्ज होगा, जो किसी दूसरे प्रमाण पत्र या पहचान पत्र से मैच नही करेगा। इसे डिजिटली एवं भौतिक दोनों रूप में उपलब्ध कराया जायेगा। पहचान पत्र एवं प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले शिल्पकार को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता दी जायेगी, जो योजना से सम्बन्धित सभी प्रकार के लाभ प्राप्त करने के हकदार होंगे।
कौशल उन्नयन (Skill Upgradation)-
पी0एम0 विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत कौशल दक्षता को बढाकर पारम्परिक कामगारों और शिल्पकार की क्षमताओं में वृद्धि करना है जो पारम्परिक उपकरणों और हाथों से कार्य करतें हैं। कौशल दक्षता में उन्नयन हेतु तीन घटकों कौशल मूल्यांकन, बुनियादी प्रशिक्षण एवं उन्नत प्रशि्क्षण को प्रमुख रूप से सम्मिलित किया गया है। कौशल उन्नयन में आधुनिकता को समाहित किया जायेगा, जिसमें टूलकिट का उपयोग, विपणन सहायता डिजिटल लेनदेन के माध्यम से ऋण के लेनदेन को आसान बनाकर उद्यम निर्माण को विस्तारित किया जायेगा।
कौशल मूल्यांकन और बुनियादी प्रशिक्षण-
सभी पंजीकृत लाभार्थियों का कौशल मूल्यांकन किया जायेगा। उनके मौजूदा कौशल स्तर का पता लगाया जायेगा और उसी के हिसाब से उनके उन्नति हेतु योजना में परिवर्तन किया जायेगा। सभी पंजीकृत विश्वकर्माओँ के कौशल दक्षता में वृद्धि हेतु बेसिक ट्रेनिंग को अनिवार्य बनाया जायेगा। और बेसिक ट्रेनिंग ऋण निकासी के लिए एक अनिवार्य शर्त होगी। जो लाभार्थी आगे उन्नत प्रशिक्षण लेना चाहेंगें, उनके लिए प्रशिक्षण केन्द्रों पर15-120 घंटे का उन्नत कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रत्येक लाभार्थी जब तक उसकी बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा, उनको प्रत्येक दिन रू0 500/ का प्रशिश्रण भत्ता दिया जायेगा। प्रशिक्षण भत्ता प्रत्येक लाभार्ती के बैंक खातें में डीबीटी के जरिये प्रशिक्षण एवं सर्टिफिकेशन के उपरान्त एमएमडीई के द्वारा किया जायेगा।
टूलकिट प्रोत्साहन ( Toolkit Incentive)-
विश्वकर्मा लाभार्थी को कौशल प्रोत्साहन हेतु बनियादी प्रशिक्षण शुरू करते समय रू0-15000/ का टूलकिट प्रोत्साहन राशि दिया जायेगा, जिसका इस्तेमाल कर लाभार्थी अपनी कौशल दक्षता को और अधिक बढ़ा सकते हैं। प्रशिक्षण हेतु प्रोत्साहन राशि ई-रूपी या ई बाउचर के माध्यम से किया जायेगा।
ऋण सहायता ( Credit Support)-
परम्परागत कारीगरों की क्षमताओं को बढाने हेतु प्रत्येक विश्वकर्मा को इस योजना के तहत आसान ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लाभार्थी मूल्यांकन और बुनियादी प्रशिक्षण हेतु रू-1 लाख तक की ऋण सहायता हेतु पहली किस्त दी जायेगी।
उद्यम विकास ऋण (Enterprise Development Loan)-पीएम विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत लक्षित लाभार्थी को
सम्पार्शिक मुक्त ऋण की सुविधा प्रदान की जायेगाी । ऋण की सम्पूर्ण राशि रू-300000 लाख होगी । पहली किस्त में
रू-100000 की ऋण निकासी की जायेगी तथा दूसरे किस्त में रू0-200000 की धनराशि दी जायेगी।
डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन ( Incentive for Digital Transactions)-
इस योजना का उद्देश्य लाभार्थियों को डिजिटल लेनदेन में सशक्त बनाना है। प्रत्येक डिजिटल लेनदेन पर लाभार्थियों को 1 रुपये का प्रोत्साहन राशि दी जायेगी ऐसे 100 लेनदेन पूरा होने पर पूरी राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खातें में DBT Mode (APBS.-Aadhaar payment Bridge System) के जरिये क्रेडिट कर दी जायेगी। यहां पर लेनदेन जो होगा वह लाभार्थी के बैंक खाते में होगा तभी यह लाभ दिया जायेगा।
विपणन समर्थन (Marketing Support)-
विश्वकर्मा के लिए बाजार सम्पर्क बनाना उनकी आजीविका के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के अन्तर्गत पंजीकृत विश्वकर्माओं के उत्पादों का राष्ट्रीय समिति (NCM) निम्नलिखित पहलुओं पर विपणन एवं ब्रांडिग में सहयोग प्रदान करेगी।
- विश्वकर्माओं के उत्पादों एवं सेवाओं का भौतिक एवं आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में सहायता प्रदान करना।
- ई-कामर्स पोर्टल पर उत्पादों की लिंस्टिंग करना।
- ब्रांड बिल्डिंग में मदद करना।
- विश्वकर्माओं को निर्यातक एवं ट्रेडर्स से सम्पर्क बनाने में मदद करना।
- उत्पादों की गुणवत्ता को बढाने में सहायता करना।
PM VISHWKARMA YOJNA के लिए योग्यताः-
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए पात्र लाभार्थी के पास निम्न योग्यता होनी आवश्यक हैं।
- प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगर या शिल्पकार, परिवार आधारित व्यवसायों में लगे हुए असंगठित या अनौपचारिक मजदूर, स्वरोजगार के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना में पंजीकरण हेतु पात्र होंगें।
- पंजीकरण की तिथि को लाभार्थी की उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए।
- पंजीकरण की तारीख को लाभार्थी व्यवसाय में संल्लग्न होना चाहिएं एवं केन्द्र या राज्य सरकार से समान क्रेडिट आधारित लोन व्यवसाय हेतु जैसे PMEGP, SVA Nidhi, MUDRA के तहत पिछले 5 वर्ष में कोई ऋण नही होना चाहिए। यदि ऋण लिया भी हो तो उसे चुकता कर दिया हो।
- PM VISHWKARMA योजना के माध्यम से एक परिवार से एक ही व्यक्ति का पंजीकरण होगा। परिवार की परिभाषा जिसमें पति, पत्नी एंव अविवाहित बच्चे शामिल हो।
- सरकारी योजना में सेवा देने वाला व्यक्ति अर्थात सरकारी नौकरी वाले व्यक्ति या उस व्यक्ति का परिवार इस योजना के लिए पात्र नही होंगें।
कौन आवेदन कर सकता है?
- कामन सर्विस सेन्टर एमओएमएसएमई के सहयोग से पंजीकरण का कार्य करेगें। केन्द्रीकृत पीएम विश्वकर्मा पोर्टल एवं पीएम विश्वकर्मा मोबाइल एप सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करेगें।
- श्रम एवं रोजगार मंत्रालय अंसंगठित कामगारों के डाटाबेस को ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से मेंटेन करेगा। जो नेशनल क्वालिफिकेशन आफ आक्यूपेशन से मैप्ड होगा।
- उपरोक्त के अतिरिक्त कोई योग्य ब्यक्ति जो ई-श्रम डाटा बेस के अन्तर्गत कवर नही है वह भी पीएम विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से सीएसी द्वारा आनलाइन आवेदन कर सकता है।
आवश्यक दस्तावेजः-
- पीएम विश्वकर्मा योजना में पंजीकरण हेतु लाभार्थियों के पास आधार, मोबाइल नबंर, बैंक विवरण एवं राशन कार्ड होने चाहिए।
- यदि किसी लाभार्थी के पास राशन कार्ड नही है तो उस परिवार के समस्त सदस्यों का आधार नंबर देना होगा।
- यदि किसी लाभार्थी के पास बैंक खाता नही है तो, उसे सबसे पहले एक बैंक खाता खोलना होगा।
पंजीकरण की प्रक्रियाः-
पंजीकरण प्रक्रिया के चरण निम्न प्रकार से होंगे।
- कामन सर्विस सेन्टर के माध्यम से आवेदन लेकर पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। या पीएम विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से आनलाइन आवेदन आधार बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण प्रक्रिया से भी पूर्ण की जा सकती है।
- लाभार्थी स्वंय आवेदन कर सकता है या ग्राम स्तर की सीएससी के माध्यम से भी कर सकता है।
- लाभार्थी आवेदन के समय आधार से लिंक बैंक खाते का ही प्रयोग करेंगें।
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