pm kisan bima yojna, Kisan bima yojna apply online, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएस फसल बीमा योजना, pradhan mantri fasal bima yojna, pradhan mantri fasal bima yojna apply 2025, किसान बीमा योजना , पीएमएफबीवाई,pmfby, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, लाभार्थी, आधिकारिक वेबसाइट, आवेदन कैसे करें, हेल्पलाइन नबंर,pradhan mantri fasal beema yojna Online form, Eligibility (Criteria, Beneficiries, Required Document, key points, How to apply, pmfby Apply online, Helpline Number, Official Website, kisan beema yonja 2025, pm kisan, pm kisan bima apply online

PM KISAN BIMA YOJNA: PRADHAN MANTRI FASAL BIMA YOJNA
PM KISAN BIMA YOJNA/प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत सरकार द्वारा किसानों को फसल नुकसान के जोखिम से बचाने के लिए शुरू की गई एक प्रमुख कृषि बीमा योजना है। इसे जनवरी 2016 में लॉन्च किया गया था, और यह देशभर के किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, बीमारियों या अन्य अप्रत्याशित घटनाओं के कारण फसल नष्ट होने पर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के उद्देश्यः
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि में होने वाले संभावित नुकसान से बचाना और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना है। साथ ही, यह किसानों को ऋण चुकाने में सक्षम बनाने, और खेती को एक स्थायी व्यवसाय के रूप में स्थापित करने में मदद करती है।
PM KISAN BIMA YOJNA के कुछ प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैंः
- किसानों की आय को स्थिर करना।
- प्राकृतिक जोखिमों के कारण होने वाले फसल नुकसान की भरपाई करना।
- किसानों को खेती में नवीन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभः
- किसानों को फसल नुकसान की भरपाई मिलती है।
- यह योजना प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करने में मदद करती है।
- किसानों को समय पर मुआवजा मिलने से वे दोबारा खेती में निवेश कर सकते हैं।
- इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की विशेषताएँः
प्रमुख विशेषताएँ:
- सस्ती प्रीमियम दरें:
- खरीफ फसल: 2%
- रबी फसल: 1.5%
- बागवानी/वाणिज्यिक फसलें: 5%
शेष लागत केंद्र और राज्य सरकारें वहन करती हैं।
- व्यापक कवरेज:
- प्राकृतिक आपदाएँ (बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि)।
- कीट/रोगों से नुकसान।
- बुआई से पहले और कटाई के बाद तक का जोखिम।
- सभी किसानों के लिए पहुँच:
- छोटे, सीमांत, बटाईदार और किराएदार किसान भी शामिल।
- ऋण लेने वाले और गैर-ऋणी किसान दोनों पात्र।
- आधुनिक तकनीक का उपयोग:
- ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और मोबाइल ऐप्स से नुकसान का आकलन।
- दावा प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी।
क्रमांक | पहलू | विवरण |
---|---|---|
1 | लॉन्च वर्ष | 18 जनवरी 2016 |
2 | उद्देश्य | प्राकृतिक जोखिमों से किसानों की फसल और आय की सुरक्षा करना। |
3 | प्रीमियम दरें | – खरीफ: 2% – रबी: 1.5% – बागवानी: 5% (शेष सरकार द्वारा वहन)। |
4 | कवरेज | सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, कीट/रोग, बुआई से कटाई तक, और कटाई के बाद 14 दिन। |
5 | पात्रता | सभी किसान (छोटे, बटाईदार, किराएदार, महिला किसान)। |
6 | तकनीकी उपकरण | ड्रोन, सैटेलाइट इमेजिंग, AI, और मोबाइल ऐप (किसान बीमा ऐप)। |
7 | दावा प्रक्रिया | 72 घंटे में सूचना → ड्रोन सर्वे → 45 दिनों में भुगतान। |
8 | लाभ | 5.5 करोड़+ किसान लाभान्वित (2023), आय स्थिरता, नई तकनीक अपनाने में मदद। |
9 | चुनौतियाँ | दावों में देरी, ग्रामीण जागरूकता की कमी, राज्य-केंद्र समन्वय। |
10 | आधिकारिक वेबसाइट | pmfby.gov.in |
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कवर किए जाने वाले जोखिमः
- प्राकृतिक आपदाएँ जैसे बाढ़, सूखा, चक्रवात, ओलावृष्टि आदि।
- कीटों और रोगों के कारण फसल को होने वाला नुकसान।
- कटाई के बाद फसल को होने वाला नुकसान (चक्रवात, बेमौसम बारिश आदि)।
- बीज अंकुरण की विफलता (चयनित क्षेत्रों के लिए)।
PM KISAN BIMA YOJNA प्रीमियम दरें
PMFBY के तहत किसानों को अपनी फसल के बीमा के लिए निम्नलिखित प्रीमियम का भुगतान करना होता है:
- खरीफ फसलों के लिए: 2%
- रबी फसलों के लिए: 1.5%
- वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिए: 5%
PMFBY का प्रभाव:
- 5.5 करोड़ से अधिक किसान (2023 तक) लाभान्वित।
- कृषि निवेश में बढ़ोतरी: बीमा सुरक्षा से किसान उन्नत बीज/तकनीक अपना रहे हैं।
- महिला किसानों का सशक्तिकरण: 40% से अधिक लाभार्थी महिलाएँ।
PMFBY की चुनौतियाँ और सुधार:
- दावों में देरी: कुछ राज्यों में फंड की कमी या प्रक्रियात्मक अड़चन।
- जागरूकता की कमी: छोटे किसान अभी भी योजना से अनजान।
- सरकारी प्रयास: मोबाइल ऐप (जैसे किसान बीमा ऐप), ग्रामीण अभियान, और ई-लर्निंग मॉड्यूल से शिक्षा।
किसान बीमा योजना (PMFBY) से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियाँ:
PMFBY के तहत फसलों के अनुसार बीमा कराने की अंतिम तिथियाँ होती हैं।
- खरीफ फसल के लिए आवेदन की अंतिम तिथि: 31 जुलाई
- रबी फसल के लिए आवेदन की अंतिम तिथि: 31 दिसंबर
PM KISAN BIMA YOJNA: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए पात्रता-
- सभी किसान: चाहे वे छोटे हों या बड़े, ऋण लेने वाले या न लेने वाले।
- बटाईदार और किराएदार किसान: जमीन के मालिकाना हक की बाध्यता नहीं।
- सभी फसलें: अनाज, दलहन, तिलहन, बागवानी, और वाणिज्यिक फसलें।
PMFBY में आवेदन करने की प्रक्रियाः
किसान इस योजना के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmfby.gov.in/) पर जाएं।
- “Apply for Crop Insurance” विकल्प पर क्लिक करें।
- आवश्यक विवरण भरें और संबंधित दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट करें और पावती प्राप्त करें।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
किसान इस योजना के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
सरकार की नई पहल: PMFBY 2.0
- सुधार:
- किसानों का शिकायत पोर्टल: ऑनलाइन समस्याओं का समाधान।प्रीमियम कैप हटाया: अधिकतम सब्सिडी सुनिश्चित करना।
- वन नेशन-वन पॉलिसी: सभी राज्यों के लिए समान नियम।
KNOW ABOUT KISAN CREDIT CARD (KCC)
FAQ-
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कब शुरू की गई थी ?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत सरकार द्वारा 18 जनवरी 2016 को शुरू की गई थी। इस योजना को किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, बीमारियों या अन्य अप्रत्याशित कारणों से फसल नुकसान होने पर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया था।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत कौन सी फसलें कवर की जाती हैं?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के अंतर्गत लगभग सभी प्रकार की फसलें शामिल हैं, चाहे वे खाद्यान्न हों, नकदी फसलें हों, या बागवानी। यह योजना राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचित फसलों को कवर करती है।
फसल बीमा की राशि कितनी मिलती है?
इसमें खरीफ (2%), रबी (1.5%), और बागवानी (5%) फसलों के लिए सस्ती प्रीमियम दरें हैं। शेष लागत सरकार वहन करती है।
बीमा का पैसा कितने दिनों में खातें में आता है?
45 दिनों में